District Nainital
जनपद का ऐतिहासिक एवं राजनैतिक परिचय
नैनीताल उत्तराखण्ड राज्य के कुमाॅऊ मण्डल में स्थित जनपद को झीलों का जनपद माना जाता है। देश दुनियाॅ के सुदूरवर्ती सीमा से सैलानी झीलों की सुन्दरता तथा प्राकृतिक रमणीयता के दर्शन के लिए यहाॅ आते है।
जनपद नैनीताल का अक्षांशीय विस्तार 29 डिग्री से 29.5 डिग्री तथा देशान्तर विस्तार 78.80 से 80.14 डिग्री है। इसके उत्तर में जनपद अल्मोड़ा, दक्षिण में उधम सिंह नगर, पूर्व में जनपद चम्पावत तथा पश्चिम में जनपद पौड़ी की सीमाएॅं है। 3422 वर्ग कि0 मी0 क्षेत्रफल वाले इस जनपद का लगभग तीन चैथाई भाग पहाड़ी है तथा एक चैथाई भाग भावर क्षेत्र में आता है। विभिन्न भौगोलिक दशाओं के कारण यहां की जलवायु में भिन्नता है। जलवायु, मिट्टी एवं वर्षा में भिन्नता के कारण प्राकृतिक वनस्पति में अन्तर स्पष्ट दिखायी देता है। पर्वतीय क्षेत्रान्तर्गत मुख्य रूप से चार विकास खण्ड क्रमशः ओखलकाण्डा, बेतालघाट, रामगढ़़ तथा धारी है। पर्वतीय क्षेत्र में रोजगार के अवसर न्यून हैं। भूमि पथरीली होने के कारण कृषि के लिए बहुत उपयोगी नहीं है। विकास खण्ड हल्द्वानी, रामनगर तथा कोटाबाग, जो भावर क्षेत्र में आते हैं कृषि के लिए उपयोगी है।
सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य
जनपद में देश के लगभग सभी प्रांतों, जातियों एवं धर्मों के लोग आकर बसे हैं। सभी स्नेह एवं सद्भावना के साथ रहते हैं। नैनीताल को कौमी एकता का गुलदस्ता कहा जाता है। जनपद के पर्वतीय क्षेत्र में रोजगार के अवसर न्यून हैं। अधिकांश भूमि पथरीली होने के कारण कृषि के लिये बहुत उपयोगी नहीं है। अधिकांश लोग सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्रों में कार्यरत हैं। देश की सीमाओं की रक्षा हेतु यहां के अधिकांश नवयुवक सेना में अपना योगदान दे रहे हैं। जनपद में रामनगर जिम कार्बेट पार्क, नैनीताल, भवाली, भीमताल, नौकुचियाताल, सातताल, रामगढ़ आदि मुख्य पर्यटक स्थल हैं। जहाॅ पर बहुतायत संख्या में स्थानीय लोग पयर्टन सम्बन्धी कार्यों से अपनी आजीविका चलाते है। कतिपय क्षेत्रों में दुग्ध विकास योजना से धनोपार्जन होता है। रामगढ़ व भवाली क्षेत्र फलोद्यान तथा बेतालघाट पदमपुरी क्षेत्र सब्जी उत्पादन से जुड़ा है। पदमपुरी, कैंची तथा भीमताल के कुछ स्थानों में ग्रामवासी फ्लोरीकल्चर से जुड़े हैं।
ग्रामीण एवं लघु उद्योग
1. जनपद नैनीताल में खादी उद्योग की 2082 इकाईयां हैं जिनमें व्यक्तिगत, उद्योगपतियों द्वारा 1861 तथा क्षेत्र समितियों द्वारा 221 इकाईयां संचालित हैं। रेशम के 8 उद्योग व हस्तशिल्प के 395 उद्योग चलाये जा रहे हैं।
2. खनिज: जनपद में खनिज पदार्थों में चूना पत्थर , जिप्सम, ग्रेनाइट व बैसाल्ट पत्थर तथा लौह अयस्क पाया जाता है। दाबका नदी के समीपवर्ती क्षेत्रों में खनिज तेल उपलब्ध होने की सम्भावनाएं व्यक्त की गई हैं।
3. स्टोन क्रेशर - इस जनपद का यह प्रमुख उद्योग है,जो कि सुचारू रूप से चल रहा है। वर्तमान में लगभग 15 स्टोन क्रेशर कार्यरत है जिनमें 200 कर्मचारी स्थायी रूप से तथा 500 अस्थायी रूप से रोजगार में लगे हुये है।
4. सौप स्टोन - वर्तमान में इस जनपद में लगभग 20 इकाईयां कार्यरत है, जो सुचारू रूप से कार्य कर रही हैं।
5. वन आधारित उद्योग: प्लाई वुड, कत्था, फर्नीचर, लीसा आदि जड़ी बूटी एवं कागज उद्योग आदि प्रमुख हैं।
6. कृषि आधारित उद्योग: मसाला, मशरूम, सब्जी, मैंथा आयल, पुष्प उत्पादन आधारित उद्योग।
7. हस्तशिल्प उद्योग: मोम आधारित, कृत्रिम हीरा तराशी, काष्ठ कला, रामबांस, वनस्पति आधरित कार्ड एवं कलाकृतियां आदि।
दर्शनीय स्थल
विकास खण्ड भीमताल के घोड़ाखाल स्थान पर गोलू देवता का प्राचीन मन्दिर है। मान्यता है कि गोलू देवता न्यायप्रिय देवता हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी न्याय दिलाने मेें समर्थ हैं। घोड़ाखाल में एक अखिल भारतीय सैनिक स्कूल स्थित है जो भारतवर्ष के 18 सैनिक स्कूलों में से एक हैं भीमताल में श्री भीमेश्वर महादेव का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। जनपद मुख्यालय विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, यहां पर नैनादेवी का मंदिर, पाषाण देवी मंदिर, नैनापीक, किलबरी, लड़ियाकाॅटा, देवपाटा, कैमल्सबैक, स्नोव्यू, राजभवन, हनुमानगढ़ी आदि दर्शनीय स्थल हैं । मान्यता है कि रामनगर के ढिकुली स्थान पर महा भारत काल का विराट नगर स्थित था। यहां पर गिरिजा देवी का प्रसिद्ध मन्दिर भी स्थित है। यह भी मान्यता है कि रामायण काल में सीता वर्तमान रामनगर में स्थित सीताबनी स्थल पर धरती में समाई थीं। यह स्थान अब पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। इसके अलावा रामनगर में विश्व प्रसिद्ध वन्यजीवों के संरक्षण का जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान भी स्थित है।
वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य
शिक्षा मानव जीवन की आधारशिला है। किसी देश की प्रगति एवं विकास में शिक्षा एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। बदलते समय की चुनातियों का सामना करने के लिये प्रत्येक देश अपनी शिक्षा व्यवस्था विकसित करता है। क्योंकि किसी देश का विकास उसकी प्रगति, उसके अस्तित्व की सुरक्षा तथा अच्छे समाज एवं विश्व के निर्माण के लिये शिक्षा ही एकमात्र साधन है। आज राष्ट्र के सामने जो चुनौतियां हैं उनका सामना करने के लिये प्रत्येक नागरिक का शिक्षित होना आवश्यक है। वर्तमान शिक्षा व्यवस्था के अन्तर्गत जनपद में 987 राजकीय प्राथमिक विद्यालय, 231 उच्च राजकीय प्राथमिक विद्यालय , 189 माध्यमिक शिक्षा विद्यालय अवस्थित हैं। जनपद में 03 संस्कृत पाठशालाएँ, 01 सैनिक स्कूल, 8 आईटीआई, 2 पाॅलीटैक्निक, 3 महाविद्यालय तथा 1 विश्वविद्यालय परिसर नैनीताल, 1 मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी में संचालित हैं। जिनका विवरण तालिका अध्याय के अन्तर्गत विभिन्न तालिकाओं में दिया गया है। वर्ष 2011 में कुल साक्षरता का प्रतिशत 84.85 है। सबसे अधिक साक्षरता प्रतिशत विकासखण्ड भीमताल तथा सबसे कम विकासखण्ड ओखलकाण्डा में दर्ज की गई है। जनपद में वर्ष 2001 से वर्ष 2011 तक कुल जनसंख्या 25.2ः की दर से वृद्धि हुई है। जनपद का कुल साक्षरता प्रतिशत 84.85 है। महिला एवं पुरुषों की साक्षरता दर मे 12.78: का अन्तर दृष्टिगोचर है।
जनपद स्तर पर शिक्षा संरचना
जनपद में मुख्य शिक्षा अधिकारी के अधीन जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक,जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक क्रमशः प्रारम्भिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा के लिए उत्तरदायी हैं। माध्यमिक एवं प्रारम्भिक शिक्षा का मुख्यालय, शिक्षा भवन भीमताल में स्थित है। जनपद का जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जिला मुख्यालय से 22 किमी दूरी पर भीमताल में अवस्थित है। जिला स्तर पर जिला शिक्षा समिति तथा विकास खण्ड स्तर पर विकास खण्ड शिक्षा समिति, नगर क्षेत्र में नगर शिक्षा समिति, वार्ड शिक्षा समिति तथा ग्राम स्तर पर ग्राम शिक्षा समिति बनाई गई है। जनपद के सभी 8 विकासखण्डों में एक-एक खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं एक-एक उप खण्ड शिक्षा अधिकारी नियुक्त किये गये हैं। शैक्षिक कार्यों हेतु विकास खण्ड स्तर पर बी0आर0सी0 तथा न्याय पंचायत स्तर पर एन0पी0आर0सी0/सी0आर0सी0 कार्यालय स्थापित हैं। बी0आर0सी0 में 01 समन्वयक, 02 सह समन्वयक तथा 01 चतुर्थ कर्मी कार्यरत है, इसी प्रकार एन0पी0आर0सी0 में केवल 01 समन्वयक कार्यरत है। सामान्यतया 15 से 18 विद्यालयों पर एक एन0पी0आर0सी0 की स्थापना की गई हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के अनुरुप प्रत्येक विद्यालय में विद्यालय प्रबन्धन समिति का गठन किया गया है। बी0आर0सी0 स्तर पर शिक्षकों की शिक्षण क्षमता संवर्द्धन हेतु विभिन्न प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। न्याय पंचायत संसाधन केन्द्र स्तर पर शिक्षा समितियों एवं अध्यापकों का प्रशिक्षण आयोजित किया जाता है। डायट स्तर पर सामान्यतः सन्दर्भदाताओं के प्रशिक्षण, विभिन्न संकायों द्वारा प्रस्तावित कार्य जैसे क्रियात्मक शोध, सन्दर्भदाता प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण प्रभाव का शोधात्मक अध्ययन आदि कार्य किये जाते हैं।
जनपद के विकास खण्ड
क्र0 सं0 | विकासखण्ड | छेत्रफल वर्ग कि० मी० में | जनसँख्या 2011 | जनसँख्या घनत्व |
---|---|---|---|---|
1 | ओखलकांडा | 167 | 48337 | 289.44 |
2 | रामगढ | 142 | 39830 | 280.49 |
3 | धारी | 104 | 30346 | 291.78 |
4 | कोटाबाग | 133 | 46924 | 352.81 |
5 | हल्द्वानी | 153 | 227329 | 1485.81 |
6 | भीमताल | 94 | 52043 | 553.63 |
7 | बेतालघाट | 143 | 41535 | 290.45 | 6 | रामनगर | 144 | 97916 | 679.97 |
8 | योग | 1080 | 584260 | 540.98 |
प्रशासनिक व्यवस्था
प्रशासन तथा विकास योजनाओं के त्वरित एवं कुशल क्रियान्वयन हेतु जनपद को 8 तहसीलों तथा 8 सामुदायिक विकासखण्डों में विभाजित किया गया है।
विकासखण्डवार जनपद की कुछ सामान्य सूचनाएॅ |
स्रोत रा0मा0शि0अ0 2012-17 पर्सपेक्टिव प्लान नैनीताल |
जिला मुख्या0 से वि0ख0 की दूरी | विकासखण्ड का नाम | तहसील का नाम | न्याय पंचायत | ग्राम पंचायत संख्या | राजस्व गाॅव संख्या | बस्तियाॅ |
---|---|---|---|---|---|---|
65 | रामनगर | हल्द्वानी/रामनगर | 5 | 53 | 185 | 238 |
53 | कोटाबाग | नैनीताल/कालाढूंगी | 5 | 38 | 114 | 229 |
58 | रामगढ | नैनीताल/कोश्याकुटोली | 6 | 56 | 124 | 195 |
22 | भीमताल | नैनीताल | 7 | 62 | 110 | 311 |
62 | बेतालघाट | कोश्याकुटोली/बेतालघाट | 6 | 71 | 129 | 151 |
30 | धारी | धारी | 03 | 35 | 46 | 98 |
72 | ओखलकांडा | धारी | 06 | 76 | 107 | 354 |
45 | हल्द्वानी | हल्द्वानी/लालकुआँ | 06 | 69 | 250 | 346 |
वन छेत्र | 26 | 42 | ||||
योग जनपद | 44 | 460 | 1091 | 2028 |
जिला मुख्या0 से वि0ख0 की दूरी | विकासखण्ड का नाम | तहसील का नाम | सम्बंधित लोकसभा छेत्र का नाम | सम्बंधित विधानसभा छेत्र का नाम | नगर पालिका / पंचायत का नाम | वार्ड संख्या |
---|---|---|---|---|---|---|
65 | रामनगर | हल्द्वानी/रामनगर | नैनीताल / गढ़वाल | रामनगर / कालाढूंगी | रामनगर न० पा० परि० | 15 |
53 | कोटाबाग | नैनीताल/कालाढूंगी | नैनीताल | कालाढूंगी | भवाली न० पा० परि० | 7 |
58 | रामगढ | नैनीताल/कोश्याकुटोली | नैनीताल | भीमताल | लालकुआं नगर पंचायत | 7 |
22 | भीमताल | नैनीताल | नैनीताल | भीमताल/नैनीताल | भीमताल नगर पंचायत | 5 |
62 | बेतालघाट | कोश्याकुटोली/बेतालघाट | नैनीताल | नैनीताल | कालाढूंगी नगर पंचायत | 7 |
30 | धारी | धारी | नैनीताल | भीमताल | नैनीताल न० पा० परि० | 19 |
72 | ओखलकांडा | धारी | नैनीताल | भीमताल | नैनीताल कैंट | 4 |
45 | हल्द्वानी | हल्द्वानी/लालकुआँ | नैनीताल | हल्द्वानी/लालकुआँ | हल्द्वानी | 25 |
योग | 8 | 7 | 2 | 6 | 8 | 89 |
संस्थान परिचय
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संथान के अपने कार्यक्रमों के अतिरिक्त मुख्यतः निम्नांकित कार्यक्रम सम्पादित किये जाते हैं।
- शिक्षा के क्षेत्र में संचालित विभिन्न प्रोजेक्ट कार्यक्रम - सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान- अकादमिक सहयोग तथा मार्गदर्शन।
- विभिन्न प्रशिक्षणों से संबंधित संदर्भदाताओं का प्रशिक्षण
- परिषदीय विद्यालयों में नव नियुक्त अध्यापकों का सेवा पूर्वागम प्रशिक्षण।
- प्रा0 विद्यालयों का बेसलाइन सर्वेक्षण।
- बी0आर0सी0, एन0पी0आर0सी समन्वयकों की बैठक एवं प्रशिक्षण तथा मार्गदर्शन।
- प्रा0 विद्यालयों के शैक्षिक उन्नयन हेतु उनका श्रेणीकरण।
- प्रा0 विद्यालयों के शैक्षिक समस्याओ के निदान हेतु किये गये क्रियात्मक शोध।
- संस्थान में जनपद नैनीताल के समस्त बी0आर0सी0 में मेटीरियल मेलों का आयोजन।
- बेस लाइन सर्वेक्षण अन्तिम मूल्याॅकन।
- विशिष्ट डी0 एल0 एड0 के अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण।
- जनपद नैनीताल की ग्राम सभाओं में स्कूल चलों अभियान का संचालन
- प्राथमिक विद्यालयों में क्लास रूम आब्जर्वेशन स्टडी।
- माध्यमिक विद्यालयों में शैक्षिक सहयोग।
- रा0 मा0 शि0 अभियान कार्यक्रमों में योगदान।
- प्रशिक्षण प्रभाव का अध्ययन।
- क्रियात्मक शोध।
संस्थान में भवनों की स्थिति
डायट स्थापना काल से उत्तराखण्ड राज्य निर्माण व जनपद उधमसिंहनगर के पृथक अस्तित्व में आने तक इस संस्थान को दोनों जनपदों में उत्कृष्ट शैक्षिक कार्य करने का गौरव प्राप्त है। संस्थान ने ’’बेसिक शिक्षा कार्यक्रम’’ व ’’सभी के लिए शिक्षा परियोजना’’ के संचालन मंे उल्लेखनीय योगदान दिया। वर्ष 2001 से अद्यतन जनपद में संचालित सर्व शिक्षा अभियान के लक्ष्यों को पूर्ण करने में अपना योगदान प्रदान किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त माॅडल स्कूल कार्यक्रम आई0सी0डी0एस0, एन0आर0एच0एम0, इग्नू, रा0मा0शि0अभियान के कार्यक्रमों में अविरल योगदान दिया जा रहा है।
संस्थान में भवनों की स्थिति क्र0 सं0 संस्थान के कक्षों का विवरण संख्या
क्र0 सं0 | संस्थान के कक्षों का विवरण | संख्या |
---|---|---|
01 | कक्षा कक्ष | 02 |
02 | बहुउद्देशीय कक्ष | 01 |
03 | पुस्तकालय | 01 |
04 | प्राचार्य कक्ष | 01 |
05 | प्रशासनिक भवन | 01 |
06 | सेवापूर्व छात्रावास | 01 |
07 | सेवारत छात्रावास | 01 |
08 | विज्ञान लैब | 01 |
09 | स्टोर रुम | 01 |
10 | खेल का मैदान | 01 |
11 | शिक्षा तकनीकी कक्ष | 01 | 12 | कार्यानुभव कक्ष | 01 | 13 | मैस | 01 | 14 | डाइनिंग हाॅल | 01 | 15 | कम्प्यूटर लैब | 01 |
जनपद नैनीताल में राजकीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों व अध्यापकों की स्थिति।
क्र0 सं0 | विकासखण्ड का नाम | अध्यापक प्रा0 वि0 | प्रा0 वि0 | अध्यापक उच्च प्रा0 वि0 | उच्च प्रा0 विद्यालय |
---|---|---|---|---|---|
1 | रामनगर | 301 | 111 | 148 | 29 |
2 | रामगढ | 199 | 106 | 77 | 23 |
3 | ओखलकांडा | 309 | 165 | 81 | 44 |
4 | कोटाबाग | 163 | 113 | 84 | 20 |
5 | हल्द्वानी | 376 | 140 | 168 | 28 |
6 | धारी | 158 | 75 | 61 | 19 |
7 | भीमताल | 271 | 150 | 156 | 38 |
8 | बेतालघाट | 238 | 127 | 91 | 30 |
योग | 2015 | 987 | 866 | 231 |